Monday 22 May 2017

मुश्किल होता है...

वक़्त के सागर में,
डर कर यादों के तूफानों से ,
कस्तियों से तन्हा पार करना मुश्किल होता ।

अगर मिल जाता साथ तेरा  ,
मेरी मोहब्बत की कश्ती में ,
फिर किसी लहर को हमे डूबाना मुश्किल होता ।

तेरे शहर में...

तेरे शहर  में आकर मुझे ,
हर कोई तुझ सा क्यों दिखता है ।
तू कहीं खुदा तो नही है ,
मुझे तो ये तेरे इश्क़ का असर लगता है।

कोई तेरी राह देख रहा है ...

जब परेशानियों से हार कर ,
जिंदगी के खेल से तंग आकर ,
मौत को गले लगाने का दिल चाहे ,
तो याद रखना ,
कोई तेरी राह देख रहा है ।

चलते चलते यू ही तन्हा राहों में ,
बाद गिरने के ठोकरें खा कर ,
अगर ठहर वही जाने को दिल चाहे,
तो याद रखना ,
कोई तेरीे राह देख रहा है ।

यू किसी अजनबी का साथ पाकर ,
जो होती ही नही उन खुशियों के लिए ,
अपनों को ही भुला देने को दिल चाहे ,
तो याद रखना ,
कोई तेरी राह देख रहा है ।

मैं सागर हूँ तो तू कस्ती सी मुझमे ,
किसी को उड़ते हुए देख कर  ,
खुद बनके पंछी उड़ जाने को जी चाहे  ,
तो याद रखना,
कोई तरी राह देख रहा है ।

राहे बहुत है छोटी सी जिंदगी में ,
हर राह में ना जाने कितने मोड़ होंगे,
घबड़ाकर इतने मोड़ से लौट जाने को दिल चाहे ,
तो याद रखना ,
कोई तेरी राह देख रहा है ।

Sunday 21 May 2017

तुझे खुशी मिले...

तेरे मोहब्बत को कैसे मैं भूल जाऊं ,
कैसे मैं तेरे आशुओं को अदा करूँ,
खुदा से दुआ करूँगा की  ,
ख़ुशियों का पूरा ,
एक आसमान मिल जाये  तुमको  ।

जिसमे कोई अपना ही तेरी तंहाई में तारा बन जाये  ,
तो कोई अंधेरी राहों में चाँद सा चमक जाए  ,
मैं भी रहूँ तेरे ऐसे अपनों में एक ,
अपनों से भरा ऐसा ही ,
एक जहां मिल जाये तुमको  ।

Saturday 20 May 2017

हाँ मुझे मोहब्बत है ...

तेरे खुशियों में खुद की खुशियों को पाना ,
तेरे संग जिये हर लम्हें का बहुत याद आना ,
ये मोहब्बत नही तो क्या है ?
हाँ मुझे मोहब्बत है ।
मुझे सिर्फ तुमसे मोहब्बत है ।

संग तेरे जिंदगी का पहले से हसींन हो जाना ,
बिन तेरे जीने का एक पल भी  ना सोच पाना ,
ये मोहब्बत नही तो क्या है ?
हाँ मुझे मोहब्बत है ।
मुझे सिर्फ तुमसे मोहब्बत है ।

हर बार तेरे नाम आने पर मेरा छुप कर मुस्कराना ,
तेरे चेहरे की एक सिकन पर पूरे जहाँ से मेरा लड़ जाना,
ये मोहब्बत नही तो क्या है ?
हाँ मुझे मोहब्बत है ।
मुझे सिर्फ तुमसे मोहब्बत है ।

तन्हाइयों में तेरे सूरत का चाँद में नजर आना,
पाकर तुझे रुकी जिंदगी का फिर से चल सा जाना ,
ये मोहब्बत नही तो क्या है ?
हाँ मुझे मोहब्बत है ।
मुझे सिर्फ तुमसे मोहब्बत है ।

तुझे देख आँखों का यू ही चमक सा आना,
अब तक खामोश धड़कनो  का एक तूफान बन जाना ,
ये मोहब्बत नही तो क्या है ?
हाँ मुझे मोहब्बत है ।
मुझे सिर्फ तुमसे मोहब्बत है ।

Thursday 18 May 2017

अच्छा लगता है...

कभी उड़ना ,
तो कभी उड़ते रहना  ,
कभी उड़ कर गिर जाना अच्छा लगता है ।
एक बार देखने के लिए उन्हें ,
जगना , सोना और सो कर ,
पहले ही जग जाना अच्छा लगता है।
उनसे हर बार पूछना एक ही सवाल ,
और उनके ना में भी हाँ खोजते हुए ,
खो जाना अच्छा लगता है ।
यू ही खोजते हुए  राहों में  उनको ,
मेरा गिरना ,और फिर गिर कर ,
उठ जाना अच्छा लगता है ।
हर बार देखना यू ही चुपके से उनको ,
और फिर  अंशुओ से आंखों का ,
भर आना अच्छा लगता है ।
यू तो सिर्फ जितना हमे आता है ,
मगर खुशी उनकी हो तो ,
हर बार हार जाना अच्छा लगता है ।
अपनो के भीड़ के गैरो की  कहाँ कमी  है ,
मगर पा कर भी तुमको ,
ये पत्थर सा जमाना अच्छा लगता  है ।
उनकी वफ़ा मीले या ना मिले ,
ये चाहत तो नही मुझको ,
बस उनकी मोहब्बत में  यू ही,
मिट जाना अच्छा लगता है ।

वक़्त का खेल

तुम बिछड़ जाओगे मिलकर,  इस बात में कोई शक़ ना  था ! मगर भुलाने में उम्र गुजर जाएग, ये मालूम ना  था !!