मैंने कहा,
जिसका चेहरा मेरी बन्द पलकों पर हर बार यु ही उभर आता है ,
जिसके पास होने भर से जिंदा होने का एहसास फिर से हो जाता है ,
वो मेरे लिए ,
ख़ुद खुदा से कम तो नही है ।
हर सफर में ना ही सही ,मगर हर मंजिल पर जिसकी जरूरत होती है,
वो मेरे लिए ,
ख़ुद खुदा से कम तो नही है ।