बदलता वक़्त है, ये मालुम है मुझे।
कुछ हाथ मेरे कन्धों से मगर, बदलने नहीं चाहिए।
मिलने में शायद, अब वक़्त लगे हमें।
बिछड़े भी थे कभी, बाद मिलने के बस ये लगना नहीं चाहिये।।
बढेंगे दूरियाँ, गुफ़्तगू कम होंगी।
वो कहेंगे तुम्हें भी, वक़्त के साथ बदलना चाहिए।।
तुम पूँछ लेना, मुस्कुराकर।
की रंग बदलते हैं दिवार नहीं, ये कैसे उन्हें समझाना चाहिए।।