Ishq Mohabbat Love
Saturday 20 January 2024
वक़्त का खेल
तुम बिछड़ जाओगे मिलकर,
इस बात में कोई शक़ ना था !
मगर भुलाने में उम्र गुजर जाएग,
ये मालूम ना था !!
Friday 5 January 2024
जिंदगी बिन तेरे
तुम्हें पाने की ख्वाहिश ने, जिंदा रखा था।
वरना मरने की कोई उम्र थोड़े ना होती है ।।
बीते पल, किसी जिंदगी से कम तो नहीं।
वरना मेरी अधूरी जिंदगी कहाँ पूरी होती है।।
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वक़्त का खेल
तुम बिछड़ जाओगे मिलकर, इस बात में कोई शक़ ना था ! मगर भुलाने में उम्र गुजर जाएग, ये मालूम ना था !!
बदलता वक़्त
बदलता वक़्त है, ये मालुम है मुझे। ...
माँ
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कितना वक्त गुजर गया, तुम कितने दूर आ गए , फिर भी बीच राह में पीछे कही , यादों की खंडहर में ठहरे हुए लगते हो । बीच साहिल में नाविक सा, ...