मुमकिन है हमे भी जिंदगी से मोहब्बत हो जाये ,
सर्त बस इतनी सी है की,
तस्वीरों के रंग हक़ीक़त मे कभी बिखर जाये ।
जादू कुछ हमारे इश्क़ का ऐसा हो की ,
आप जुबां से कुछ भी ना कहे और
हम नजर से होकर आपके दिल में उतर जाये ।
दूर जाने का कोई गम ना होगा ,
ख्वाहिस बस इतनी सी है की ,
जब भी देखूँ मैं चाँद को ,
चेहरा उसमे भी आपका नजर आये।
खुदा की कुछ ऐसी रहमत हो हम पर ,
नमाज में सर मैं झुकाया करु और
दुआ आपके दिल की कबूल हो जाये ।
जो मिला नही कभी हक़ीक़त मे मुझे और
जो चाहत भर सी हर बार रह गयी ,
खुशियाँ ऐसे सपनों की ,
काश तेरे संग मेरी जिंदगी मे कभी उभर आये।