Sunday 17 July 2016

एक नजर पर मेरा बिखर जाना ...

वो माफ़ ना कर सके मुझे,जो मैंने मुड़ कर एक बार नहीं देखा ,
बस कुछ इस तरह मैंने  ,अपने हजारों अश्क़ो को उनसे  छुपा लिया ।
रोक नहीं पाया बिखरने से खुद को ,जब भी एक नजर उनको देखा ,
बस ना देख कर उनको  ,खुद को आज तक बिखरने से बचा लिया ।

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