Saturday 4 July 2020

कत्ल उन्हीं का कर आये हैं हम...

जिनके बिना रहना मुमकिन ना था,
कत्ल उन्हीं का कर आये हैं हम।
ये समझना अब मुश्किल तो नही है,
की उन्हें या मार खुद को आये हैं हम।

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