तेरे मोहब्बत को कैसे मैं भूल जाऊं ,
कैसे मैं तेरे आशुओं को अदा करूँ,
खुदा से दुआ करूँगा की ,
ख़ुशियों का पूरा ,
एक आसमान मिल जाये तुमको ।
जिसमे कोई अपना ही तेरी तंहाई में तारा बन जाये ,
तो कोई अंधेरी राहों में चाँद सा चमक जाए ,
मैं भी रहूँ तेरे ऐसे अपनों में एक ,
अपनों से भरा ऐसा ही ,
एक जहां मिल जाये तुमको ।
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