अनजाने थे हम अनजानी सी जिंदगी थी अपनी ,
किसी के दुआओं से ,बस यूँ ही अपनी पहचान हो गयी थी ।
चाहत किसी की भी होती ,जुदा होना नहीं था तब हमको ,
जिंदगी के उन छोटे से पल मे भी ,तुम कुछ नहीं से मेरा पूरा जहान हो गयी थी।।
तुम बिछड़ जाओगे मिलकर, इस बात में कोई शक़ ना था ! मगर भुलाने में उम्र गुजर जाएग, ये मालूम ना था !!
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